Intezaar
यह भीगा सा सर्द मौसम
याद दिलाता है उस वक़्त की
जब साथ में हुआ करते थे हम।
तुम्हारी बाहों की गर्माहट
में वो सवाल-जवाब का सिलसिला
न भूल पाए हैं हम अब तक।
फ़िज़ाओं में महक है तुम्हारी
बारिश की बून्दों में छलक रहा है प्यार
कब आओगे है अब् यही इंतज़ार।
पल पल की है खबर नहीं
हम ज़िन्दगी की बात किया करते हैं
लगता है वक़्त बस ठहर जाये यहीं।
हम आपके आने के हैं मुन्तज़िर
कहीं खो न दें तुम्हें दोबारा
रास्ते पर नज़र टिकाये हुए हैं आज फिर।
याद दिलाता है उस वक़्त की
जब साथ में हुआ करते थे हम।
तुम्हारी बाहों की गर्माहट
में वो सवाल-जवाब का सिलसिला
न भूल पाए हैं हम अब तक।
फ़िज़ाओं में महक है तुम्हारी
बारिश की बून्दों में छलक रहा है प्यार
कब आओगे है अब् यही इंतज़ार।
पल पल की है खबर नहीं
हम ज़िन्दगी की बात किया करते हैं
लगता है वक़्त बस ठहर जाये यहीं।
हम आपके आने के हैं मुन्तज़िर
कहीं खो न दें तुम्हें दोबारा
रास्ते पर नज़र टिकाये हुए हैं आज फिर।
3 Comments:
thr was a song i wrote long long ago...seems centries....would update asap....
By Aparna Mudi, at 4/25/2006 10:24 PM
i m loving it;)
By delhidreams, at 5/01/2006 4:15 AM
me too :D
By meet_me, at 5/01/2006 5:57 PM
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